129-128 -जौ की शराब

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तौज़ीहुल मसाएल
130 -अपवित्रता खाने वाले जानवर का पसीना127-123- तरल और नशीली चीज़े
मसअला 128. वह शराब (बियर) जो जौ से बनाई जाती है और जिस को आबे जौ (जौ का पानी) कहते है वह हराम है और शराब की तरह ही अपवित्र है लेकिन वह बियर जिसको हकीम बनाते है और जिसको माउश्शईर कहते हैं और वह नशीली नही है पवित्र और हलाल है।
मसअला 129. आबे जौ का पाउडर (जिसको बियर भी कहते हैं) जो दावा मे काम आता है वह ना तो नशीला है और ना तरल वह पवित्र और हलाल है।
130 -अपवित्रता खाने वाले जानवर का पसीना127-123- तरल और नशीली चीज़े
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